e Sharm Card Peyment Start: ए-श्रम कार्ड वालों ₹3000 मिलना शुरू। सभी लोग यहां से पेमेंट चेक करें।
e Sharm Card Payment Start: ई-श्रम कार्ड धारकों को लेकर हाल ही में बड़ी अपडेट आई है, जिसमें कई मीडिया और सरकारी स्रोतों के मुताबिक असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को हर महीने ₹3000 पेंशन देने की योजना और इसकी प्रक्रिया को लेकर सूचनाएं आई हैं।
अपडेट और वर्तमान स्थिति।
अक्टूबर 2025 तक ई-श्रम कार्ड धारकों के लिए केंद्र सरकार द्वारा ₹3000 मासिक पेंशन की स्कीम को लेकर अफवाहें और कुछ ख़बरें चल रही हैं, लेकिन असली स्थिति यह है कि यह राशि तभी मिलेगी जब लाभार्थी 60 वर्ष की उम्र पूरी कर लेगा।
वर्तमान में कई राज्यों और जिलों में मजदूरों के खातों में ₹1000 की राहत राशि या किस्त जारी हुई है, परंतु ₹3000 प्रतिमाह वाली पेंशन सीधे-सीधे अभी सभी को मिलना शुरू नहीं हुई है।
पेंशन का लाभ पीएम श्रम योगी मानधन योजना (PM-SYM) के तहत मिलता है; जिसमें पात्र असंगठित क्षेत्र के मजदूर 60 साल के बाद ₹3000/माह पेंशन पाने के पात्र होंगे।
किसे मिलेगा लाभ।
असंगठित क्षेत्र (जैसे मजदूर, दिहाड़ी श्रमिक, रिक्शा चालक आदि) में काम करने वाले लोग, जिनकी उम्र 16-59 वर्ष के बीच है तथा मासिक आय ₹15,000 से कम है, वे ई-श्रम कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं।
पेंशन का लाभ सिर्फ उन्हीं को मिलेगा, जो 60 साल या उससे अधिक की उम्र पूरी करेंगे और नियमित रूप से इस योजना में अंशदान (premiums) जमा कराएंगे।
पैसा कैसे मिलेगा।
₹3000 पेंशन सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में हर महीने आएगी, जब वह 60 वर्ष या उससे अधिक की उम्र पूरी कर चुका हो।
फिलहाल, कुछ राज्यों ने अस्थाई सहायता के रूप में ₹1000 की किस्तें भी जारी की हैं, इसका स्टेटस ई-श्रम पोर्टल या बैंक खाते की जांच करके देखा जा सकता है।
निष्कर्ष:
₹3000/माह की पेंशन नियमित रूप से मिलना तभी शुरू होगी जब कार्डधारी 60 वर्ष की उम्र पूरी कर लेंगे और योजना के तहत आवेदन भी पूरा होगा।
वर्तमान में ₹1000 की राहत किस्तें कुछ राज्यों में दी जा रही हैं, लेकिन ₹3000 वाली पेमेंट सीधे तौर पर 60 साल से कम आयु वालों को नहीं मिलती।
इस लाभ के लिए ई-श्रम पोर्टल पर अपडेटेड जानकारी और बैंक खाते की जांच करते रहें।
सारांश :
ई-श्रम कार्ड से तुरंत ₹3000 मिलना शुरू नहीं हुआ, यह लाभ तय नियमों व उम्र के बाद ही. मिलेगा। अभी केवल कुछ ऑथराइज्ड सहायता राशि में ₹1000 दिए जा रहे हैं.